5. बाजार सन्तुलन
👉बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
1. जिस कीमत पर माँग तथा पूर्ति बराबर हो या है, उसे क्या कहते है
(a) साम्य कीमत
(b) साम्य मात्रा
(c) साम्य इकाई
(d) परिवर्तनशील लागत
2. साम्य कीमत का निर्धारण निम्न में से किसके द्वारा स्थापित होता है।
(a) मांग
(b) पूर्ति
(c) मांग और पूर्ति दोनों
(d) इनमें से काई नहीं
3. समर्थन कीमत से आशय है ?
(a) उपभोक्ताओं के हितों के लिए सन्तुलन कीमत से नीची कीमत निर्धारित करना
(b) उत्पादकों के हितों के लिए सन्तुलन कीमत से अधिक स्तर पर कीमत निर्धारित करना
(c) सन्तुलन कीमत के बराबर कीमत रखना
(d) इनमें से कोई नहीं
4. सामान्य मूल्य ?
(a) एक दीर्धकालीन मूल्य है।
(b) यह काल्पनिक मूल्य है।
(c) इस मूल्य में अधिक परिवर्तन नहीं होता है।
(d) उपरोक्त सभी
5. बाजारी मूल्य ?
(a) एक अल्पकालीन मूल्य है।
(b) यह वास्तविक मूल्य है।
(c) इस मूल्य में निरन्तर परिवर्तन होते रहते है।
(d) उपरोक्त सभी
6. बाजार संन्तुलन में _______ ?
(a) आधिक्य मांग नहीं होती
(b) आधिक्य पूर्ति नहीं होती
(c) मांग और पूर्ति बराबर होती है
(d) सभी सत्य है।
7. दूध का बाजार कि प्रकार का बाजार है ?
(a) अति अल्पकालीन बाजार
(b) अति दीर्धकालीन बाजार
(c) अल्पकालीन बाजार
(d) दीर्धकालीन बाजार
8. कार, टी0वी0 और पुस्तकें किस प्रकार का बाजार है ?
(a) अति अल्पकालीन बाजार
(b) अति दीर्धकालीन बाजार
(c) अल्पकालीन बाजार
(d) दीर्धकालीन बाजार
9. यदि किसी कीमत पर बाजार माँग बाजार पूर्ति से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर माँग ______ की स्थिति होगी।
(a) कम
(b) आधिक्य
(c) बराबर
(d) इनमें से कोई नहींं
10. स्थानापन्न वस्तुओं इनमें से कौन सी है ?
(a) चीनी और चाय
(b) दूध और पानी
(c) कार और पेटरो
(d) चाय और कांफी
(a) साम्य कीमत
(b) साम्य मात्रा
(c) साम्य इकाई
(d) परिवर्तनशील लागत
2. साम्य कीमत का निर्धारण निम्न में से किसके द्वारा स्थापित होता है।
(a) मांग
(b) पूर्ति
(c) मांग और पूर्ति दोनों
(d) इनमें से काई नहीं
3. समर्थन कीमत से आशय है ?
(a) उपभोक्ताओं के हितों के लिए सन्तुलन कीमत से नीची कीमत निर्धारित करना
(b) उत्पादकों के हितों के लिए सन्तुलन कीमत से अधिक स्तर पर कीमत निर्धारित करना
(c) सन्तुलन कीमत के बराबर कीमत रखना
(d) इनमें से कोई नहीं
4. सामान्य मूल्य ?
(a) एक दीर्धकालीन मूल्य है।
(b) यह काल्पनिक मूल्य है।
(c) इस मूल्य में अधिक परिवर्तन नहीं होता है।
(d) उपरोक्त सभी
5. बाजारी मूल्य ?
(a) एक अल्पकालीन मूल्य है।
(b) यह वास्तविक मूल्य है।
(c) इस मूल्य में निरन्तर परिवर्तन होते रहते है।
(d) उपरोक्त सभी
6. बाजार संन्तुलन में _______ ?
(a) आधिक्य मांग नहीं होती
(b) आधिक्य पूर्ति नहीं होती
(c) मांग और पूर्ति बराबर होती है
(d) सभी सत्य है।
7. दूध का बाजार कि प्रकार का बाजार है ?
(a) अति अल्पकालीन बाजार
(b) अति दीर्धकालीन बाजार
(c) अल्पकालीन बाजार
(d) दीर्धकालीन बाजार
8. कार, टी0वी0 और पुस्तकें किस प्रकार का बाजार है ?
(a) अति अल्पकालीन बाजार
(b) अति दीर्धकालीन बाजार
(c) अल्पकालीन बाजार
(d) दीर्धकालीन बाजार
9. यदि किसी कीमत पर बाजार माँग बाजार पूर्ति से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर माँग ______ की स्थिति होगी।
(a) कम
(b) आधिक्य
(c) बराबर
(d) इनमें से कोई नहींं
10. स्थानापन्न वस्तुओं इनमें से कौन सी है ?
(a) चीनी और चाय
(b) दूध और पानी
(c) कार और पेटरो
(d) चाय और कांफी
👉निशिचत तथा अति लधु प्रश्नोत्तर
प्र0 सन्तुलन से क्या आशय है ?
उ0 सन्तुलन वह स्थिति है जिसमें बाजार आपूर्ति की मात्रा माँग मात्रा के बराबर होती है।
प्र0 माँग आधिक्य से क्या आशय है ?
उ0 यदि किसी कीमत पर बाजार माँग बाजार पूर्ति से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर माँग आधिक्य की स्थिति होगी। (D>S)
प्र0 पूर्ति आधिक्य से क्या आशय है ?
उ0 यदि किसी कीमत पर बाजार पूर्ति बाजार माँग से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर पूर्ति आधिक्य की स्थिति होगी। (S>D)
प्र0 बाजार माँग वक्र क्या प्रदर्शित करता है ?
उ0 बाजार माँग वक्र वस्तु की उस मात्रा को प्रदर्शित करता है जिसे समस्त उपभोक्ता मिलकर विभिन्न कीमतों पर खरीदने के इच्छुक है, जबकि कीमत दी हुई है।
उ0 सन्तुलन वह स्थिति है जिसमें बाजार आपूर्ति की मात्रा माँग मात्रा के बराबर होती है।
प्र0 माँग आधिक्य से क्या आशय है ?
उ0 यदि किसी कीमत पर बाजार माँग बाजार पूर्ति से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर माँग आधिक्य की स्थिति होगी। (D>S)
प्र0 पूर्ति आधिक्य से क्या आशय है ?
उ0 यदि किसी कीमत पर बाजार पूर्ति बाजार माँग से अधिक है तो वह बाजार में, उस कीमत पर पूर्ति आधिक्य की स्थिति होगी। (S>D)
प्र0 बाजार माँग वक्र क्या प्रदर्शित करता है ?
उ0 बाजार माँग वक्र वस्तु की उस मात्रा को प्रदर्शित करता है जिसे समस्त उपभोक्ता मिलकर विभिन्न कीमतों पर खरीदने के इच्छुक है, जबकि कीमत दी हुई है।
👉विस्तृत प्रश्नोत्तर
प्र02. हम कब कहते है कि बाजार में किसी वस्तु के लिए अधिमाँग है ?
प्र03. हम कब कहते है कि बाजार में किसी वस्तु के लिए अधिपूर्ति है ?
प्र04. पूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत सन्तुलन कीमत किस प्रकार निर्धारित होती है ? अथवा फर्मों की एक स्थिर संख्या के होने पर पूर्ण प्रतिस्पद्ध बाजार में कीमत का निर्धारण किस प्रकार होता है ? व्याख्या कीजिए।
किसी बाजार में फर्मों की संख्या स्थिर होने पर पूर्ण प्रतिस्पद्ध बाजार में कीमत का निर्धारण माँग और पूर्ति की सापेक्षिक शक्तियों द्वारा होता है। इसकी व्याख्या व रेखाचित्र द्वारा निम्न प्रकार की जा सकती है।
तालिका से स्पष्ट है कि बाजार में केवल रू0 120 प्रति क्0ि का भाव ही ऐसा है, जहाँ माँगी जाने वाली मात्रा (माँग) विक्रय हेतु प्रस्तुत मात्रा (पूर्ति) के बराबर है। अतः यहँा पर ही वस्तु की कीमत का निर्धाराण होगा। |
प्र05. एक पूर्ण प्रतिस्पद्धा बाजार में श्रम की मजदूरी दर किस प्रकार निर्धारित होती है। चित्र की सहायता से समझाइए।
एक पूर्ण प्रतिस्पद्धा बाजार में श्रम की मजूदी दर उस बिन्दु पर निर्धारित होती है जहाँ श्रमिक की कुल माँग रेखा और उसकी कुल पूर्ति रेखा एक-दूसरे को काटती है। इसकी व्याख्या व रेखाचित्र द्वारा निम्न प्रकार की जा सकती है।
श्रम की माँग - श्रमिक उधोगें के लिए उत्पादन करते है। अतः उत्पादकों द्वारा श्रम की माँग की जाती है। कार्य के बदले श्रमिक को मजदूरी के रूप में वेतन मिलता है, किन्तु यह वेतन श्रम की सीमान्त उत्पादकता से अधिक नहीं हो सकता। श्रम बाजार में श्रम की माँग वक्र बाजार में बायीं ओर नीचे झुकता चला जाता है। यह इस को बात को बताता है कि यदि मजदूरी की दर अधिक है तो श्रमिकों की माँग कम होगी और यदि मजदूरी की दर कम है तो श्रमिकों की माँग अधिक होगी। श्रम की पूर्ति - श्रम की पूर्ति श्रमिकों द्वारा की जाती है। सामान्यतया ऊँची मजदूरी पर अधिक श्रमिक तथा कम मजदूरी पर कम श्रमिक काम करने को तप्पर होते है। श्रमिकों का सीमान्त त्याग और रहन-सहन का स्तर उनकी मजदूरी की न्यूनतम सीमा को निशिचत करता है। |
प्र06. बाजार तथा सामान्य मूल्य में परस्पर सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए ? अथवा सामान्य मूल्य वह है, जिसके चारों ओर बाजार मूल्य चक्कर लगाता है ?
यह सत्य है कि बाजार मूल्य सदा सामान्य मूल्य के चारों ओर अथवा ऊपर-नीचे धूमता रहता है और बाजार मूल्य की प्रवृत्ति हमेशा सामान्य मूल्य के बराबर हो जाने की होती है। इसका कारण यह है कि सामान्य मूल्य उत्पादन लागत के बराबर हो जाने की होती है और बाजारी मूल्य आकस्मिक, क्षणिक तथा अस्थायी कारणों से समय≤ पर बदलता रहता है।
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प्र07. बाजार तथा सामान्य मूल्य में अन्तर लिखिए ?
ASSESSMENT (मूल्यांकन)
ASSESSMENT (मूल्यांकन)
सभी प्रश्न करना अनिवार्य है। प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होगें।